एक दिया

एक दिया
गरीब के आंगन में
जलता देख रही हूँ
साथ देख रही हूँ
कितनी उम्मीदें
कितनी प्रार्थनाएं
जगमगाते हुए!
साल भर की थकान
एक दिए कि रोशनी में
उतरते हुए!
बच्चों को
और दिनों से अलग
जादुई आभास में
हंसते हुए!
पूरे साल का हाल
दिल दिमाग से
एक दिन के लिए
छुपाते हुए!
एक दिया
गरीब के आंगन में
जलता देख रही हूँ!

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