Saturday, July 13, 2019

बारिश

गरीबों की बारिश,
अमीरों की बारिश,
इस बारिश के भी रंग बहुत हैं!

खुशियों की बारिश,
ग़मों की बारिश,
इस बारिश के भी नाम बहुत हैं!

कहीं आँखों में चमकती बारिश,
कहीं आँखों से बरसती बारिश,
इस बारिश के भी मारे बहुत हैं!

मेरी बारिश,
तेरी बारिश,
इस बारिश में भी फर्क बहुत हैं !

... Durga


1 comment:

shankar singh bhandari said...

गरीब बारिश से दुखी हो जाता है क्योंकि टपकती छत और सीलती दीवारैं उसे जीने नहीं देते

हाइकु सफ़र

    कहां मंजिल     है किसको खबर      लंबी डगर ****'' '' '********' '' '' '' *********'...