तरह तरह के मोड़ आते हैं जीवन में! मोड़ के आगे क्या है किसी को नहीं पता! पर जब निकल ही पड़े हैं सफ़र पर, तो रास्ते में कितने भी मोड़ आएं क्या घबराना! कोई साथ दे न दे आप आहिस्ता आहिस्ता चलते जाइए! मंजिल तक जरूर पहुंचेंगे...
Thursday, January 9, 2020
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हाइकु सफ़र
कहां मंजिल है किसको खबर लंबी डगर ****'' '' '********' '' '' '' *********'...
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सवालों की दिशा तुमने क्यों पूछी हरियाली की कीमत, हरे-भरे पहाड़ों से , पानी की कीमत नदियों के बहाव से ? तुमने क्यों नहीं पूछा, रेगिस्तान के...
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जो सामने भी आए नजर ना मिलाए, उसका आना भी क्या आना हुआ? नजर मिलाए, पर कुछ कह ना पाए, उसका आना भी क्या आना हुआ? बात करे, पर हाल ना पूछे, ...
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माँ तुम और नैनीताल का मौसम, जैसे दोनों का आपस में कोई गहरा रिश्ता हो, तुम सर्दी की गुनगुनी धूप सी हो कभी, और कभी जून की किसी शाम, माल रो...

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