शब्द कभी मरते नहीं
शब्द कभी मरते नहीं कुछ गुम हो जाते हैं, कुछ भुला दिए जाते हैं, मगर कुछ परछाइयों की तरह चिपक जाया करते हैं ज़िन्दगी से! बिना तोले निकलते जो शब्द, सच को झूठा बनाते जो शब्द, अच्छे को बुरा और बुरे को अच्छा साबित करते जो शब्द, छलनी करते हैं मन को बेहद! यादें भूल जाया करती हैं, कुछ हद तक बातें भी भूल जाया करती है, मगर शब्द यहीं घूमते रहते हैं इसी दुनियां में! इंसान चले जाते हैं, वक़्त गुज़र जाता है, लेकिन वो शब्द कभी मरते नहीं!