इतिहास हूँ मैं
बहुत कुछ रह जाता है कहे और अनकहे के बीच वही शब्द हूं मैं! बहुत कुछ छूट जाता है रूठने और मनाने के बीच वही पल हूं मैं! बहुत कुछ खो जाता है सच और झूठ के बीच वही भाव हूं मैं! इतिहास हूँ मैं! ... Durga
Feelings and thoughts in Poetry and Quotes