बचपन की याद



टाईम कितना हो गया जरा घड़ी देख कर बताना... माँ रसोई से आवाज लगा के कहती, और हम बच्चे जवाब में कहते बड़ी सुई 12 में छोटी सुई 9 में! मतलब स्कूल को जाने का टाइम हो गया! मम्मी जल्दी जल्दी आ के हमारी चोटी बनाती! फिर हमारे स्कूल जाने के बाद घर का सारा काम निपटाती और शाम को हमारे वापस आने के बाद फिर से रसोई में व्यस्त हो जाती! कितना काम करती माँ फिर भी सब काम सही समय पर बिना हड़बड़ाहट के पूरा कर देती जैसे कि घड़ी का कंट्रोल माँ के हाथ में हो और वक़्त माँ के इशारों पर चलता हो!

    मुझे घड़ी सही से देखना कब आया ये तो याद नहीं लेकिन आज भी लगता है कि मैंने सही से टाइम देखना अब भी नहीं सीखा है!

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